मुझे गले लगाएगी
मुझे गले लगाएगी
वो समझेगी मेरे दर्द को,
तो मुझे गले लगाएगी
नजर में आएगी, मेरी मोहब्बत
तो वो बहुत पछताएगी।
खुद से ही रुठेगी और
खुदको ही मनाएगी
भूलना चाहेगी मगर
भुला नहीं पायेगी।
महफ़िलों में भी खुद को
बड़ा तन्हा पायेगी
वो समझेगी मेरे दर्द को,
तो मुझे गले लगाएगी।