मेकअप
मेकअप
हाँ मैं मेकअप लगाती हूं।
अपनी सारी परेशानी पाउडर के नीचे दबाती हूँ।।
हाँ मैं मेकअप लगाती हूँ,,,,,
मन की भावनाएं आंसू बन बाहर न आ जाए,,
इसलिये काजल की बाउंड्री बनाती हूँ।।
हाँ मैं मेकअप लगाती हूँ,,,,,
जब किसी गलत बात पर जवाब नहीं दे पाते है,,
अंदर ही अंदर लफ्ज रह जाते है।
छोटे छोटे दर्द नासूर बन जाते है ,
तब उस खामोशी को होंठो पर लिपिस्टिक से सजाती हूँ।।
हाँ मैं मेकअप लगाती हूँ,,,,
तुम्हे आता ही क्या है?
जैसी बातें सुनकर भी बिना किसी शिकाायत
अपने रंगीन दुपट्टे लहरा कर।
घर और बाहर के सारे कामकर आती हूँ।
हाँ मैं मेकअप लगाती हूँ।।
