देती वो अग्निपरीक्षा आज तक जैसे सहना ही उसका धर्म है देती वो अग्निपरीक्षा आज तक जैसे सहना ही उसका धर्म है
कैसे मिलना और बात करना है, इन सबका हमें पालन करना है, कैसे मिलना और बात करना है, इन सबका हमें पालन करना है,
करें क्या और जाना, जिन्दगी से करें क्या और जाना, जिन्दगी से
गमों के बीच खुशियों के गीत गा ले, ए बंदे सकारात्मक भाव जगा ले।। गमों के बीच खुशियों के गीत गा ले, ए बंदे सकारात्मक भाव जगा ले।।
बयां करो मन की तभी तन हल्का लगेगा नहीं तो दिक्कत बनी रहेगी। बयां करो मन की तभी तन हल्का लगेगा नहीं तो दिक्कत बनी रहेगी।
हाँ मैं मेकअप लगाती हूं। अपनी सारी परेशानी पाउडर के नीचे दबाती हूँ।। हाँ मैं मेकअप लगाती हूं। अपनी सारी परेशानी पाउडर के नीचे दबाती हूँ।।