मैं सुपरमैन बन जाऊँगा
मैं सुपरमैन बन जाऊँगा
काश कभी मिल जाता मुझको मेरा हीरो सुपरमैन
तब उसको बतलाता मैं कितना बड़ा हूँ उसका फैन।
सुबह सवेरे रोज मैं उठता, हूँ तेजी से दौड़ लगाता
रोज सबेरे वर्जिश करता हूँ और फिर पीता हूँ दूध।।
अपनी ताकत खूब बढ़ाकर, जल्दी से मैं बड़ा हो जाऊँ
कोई भी दुश्मन आ जाये मार कर उसको दूर भगाऊँ।
साहस और बुद्धि का मैं करूँगा सदा प्रयोग
जल्दी सुबह में उठ जाने से रहूँगा सदा निरोग।।
ये सारी बातें मुझको माँ मेरी समझाती हैं।
उन्होंने ही तो मुझको सारी अच्छी बातें सिखलाती हैं।
इन बातों का रखूँगा ध्यान तो मैं भी सुपरमैन बन जाऊँगा
और जितने सारे बुरे लोग हैं, छक्के उनके छुड़ाऊँगा।।
हम सबके अंदर एक सुपरमैन छुपा है
जरूरत है उसे जगाने की।
तब होगी हर कोशिश काबिल
एक नया समाज बनाने की।।
