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Ravi Purohit

Drama

3  

Ravi Purohit

Drama

क्या यही प्यार है

क्या यही प्यार है

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गज़ल के मिसरे-सी

तुम्हारी मुस्कराहट

मेरे मन के संवेदी शेर को 


रुहानी संगत देकर

अहसासों की

मुकम्मल ग़ज़ल कह जाती है

क्या यही प्यार है।


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