कुछ लोग....
कुछ लोग....


औरों से हमेशा सच बोलने वाले…
अक्सर खुद से झूठ बोलते हैं… ।
औरों को हमेशा ख़ुश रखने वाले…
अपनी ख़ुशियों को नज़रअंदाज़ करते हैं… ।
औरों की छोटी -छोटी बातों का मान रखने वाले…
वक्त पड़ने पर अपनी ज़रूरत भी भूल जाते हैं… ।
हर क्षण दूसरों के आंसू पोंछने वाले…
अकेले में खुद के आंसू भी नहीं संभाल पाते… ।
दूसरों के चोट पर मरहम लगाने वाले…
अपने गहरे ज़ख्म भी यूं छोड़ दिया करते हैं… ।
दूसरों की आंखें पढ़कर मन का हाल समझने वाले…
अपने व्यक्तिगत जज़्बात कभी जता ही नहीं पाते… ।
असल में ये लोग जो सिर्फ दूसरों के लिए जीतें हैं…
अपने लिए तो कभी जी ही नहीं पाते… ।
अज़ीब बात यह है कि ये लोग जानते हैं कि…
इन्हें इनके जैसा कोई नहीं मिलने वाला…
पर एक खोखली आस हर किसी से लगाए…
इसी अस्तित्वहीन उम्मीद में ज़िन्दगी गुज़ार जाते हैं..।
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