करें तो क्या करें ❓
करें तो क्या करें ❓
एक वक्त था जब दिन तुझसे होती थीं
और रात तेरे साथ बीत जाती थी
अब ना दिन में तू नजर आती है
और रात तेरे सपनों से टूट जाती है
अब तू ही बता तेरी यादों का
आखिर हम करे तो क्या करें
तेरी तस्वीर को छुपा कर अब भी
उन तालों में बंद रखा है
फिर से तुझे देखना नहीं चाहते
यह हौसला बुलंद रखा है पर
तेरी तस्वीर जो दिल में बसी है
आखिर उसका करें तो क्या करें
जिंदगी साथ तय करने का ख्वाब
एकदम से अधूरा रह गया
तूने लफ्जों से कुछ ना कहा पर
तेरा हाथ छुड़ाकर जाना सब कह गया
तेरे वापस आने का जो आस है
आखिर उसका हम करे तो क्या करें
बहुत मिले इस जिंदगी में बाद तेरे
हमसे इश्क करने को भी बेताब है
पर एक हम ठहरे जिसे अब भी
फिर से तुझे पाने का एक ख्वाब हैं
तू ही बता तेरे इश्क को पाने के लिए
आखिर हम करें तो क्या करें।
