जश्न बहारा
जश्न बहारा
कहने को जश्ने बहारा है,
दिल मेरा तेरी चाहत में हुआ दीवाना है।
कैसे कहूं की दिल में क्या है,
तू भी तो कर बयां तेरे दिल में क्या है,
सुन कभी जो मेरा दिल है कहता,
कर कबूल मेरे इश्क का नजराना।
कहने को जश्ने बहारा है,
दिल मेरा तेरी चाहत में हुआ दीवाना है।
तुम्हारी खुशबू से महका ये सारा शहर लगता है,
जिस पल में तू ना दिखे वो पल आखरी लगता है,
चल तू साथ मेरे मीलों के सफर के लिए,
बैठ दो पल मेरे करीब दो बाते दिल की कहने के लिए।
कहने को जश्ने बहारा है,
दिल मेरा तेरी चाहत में हुआ दीवाना है।
आ उतारे कागज़ पर तेरी मेरी कहानी,
आ लिख दे एक दूसरे के नाम अपनी ये जिंदगानी,
तेरे लिए एक गीत लिखा है मैंने,
गीत के अल्फाजों में बस तेरा ज़िक्र किया है मैंने।
कहने को जश्ने बहारा है,
दिल मेरा तेरी चाहत में हुआ दीवाना है।
एक राहत सी देती है तेरी चूड़ी की खनक,
तेरी मौजूदगी में है एक अजीब कसक,
बे इंतहा बस तुझे चाहा है,
तुझे पाकर हमने ये दिल कहीं खोया है।
Song- kehne ko jashne bahara hai
Movie- jodhaa akbar