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Samadhan Navale

Abstract Inspirational

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Samadhan Navale

Abstract Inspirational

जमाना बदल रहा है

जमाना बदल रहा है

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पूरा जमाना बदल रहा है, हर इंसान बदल रहा है,

साथ साथ हमारे यहां का खुशनुमा मौसम बदल रहा है।

बदलने का सिलसिला यह, नहीं है कुछ जादा नया

इतिहास के पन्नों में देखो जरा झांककर

मिलेगा इसका ही लंबा सफर

इतिहास का ही मगर आशियाँ ही तो बदल रहा है ..

साथ साथ हमारे यहां का खुशनुमा मौसम बदल रहा है।।


खोया है बहुत कुछ परिवर्तन में

अपना आत्मिक सुख एवं स्वयं पूर्णता

और गले लगा लिया हमने मशिनीकरण के तंग जीवन को,

न कहो "कुछ खो के कुछ पाया है"

पाने के सिवा भी हमने अपना

सब कुछ तो यहाँ खोया है,

इसलिये यहां का अपना कोई, बेगाना बन के बदल रहा है..

साथ साथ हमारे यहाँ का खुशनुमा मौसम बदल रहा है।।


बदलने के सिलसिले में कुछ कुछ

बाकी है बदलना सब कुछ

सोच, अलगाव, दुश्मनी, बदली नाही ये तो अभी तक

ओर ना ही बदला है इंसान..

बदलने से जिन्दगी फिर, नहीं किसी काम की

फिर क्यूं यहाँ कि हँसी रोना बन के बदल रही है..

साथ साथ हमारे यहाँ का खुशनुमा मौसम बदल रहा है।।

पूरा जमाना बदल रहा है, हर इंसान बदल रहा है।।



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