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बोधन राम निषाद राज

Drama

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बोधन राम निषाद राज

Drama

जिंदगी तुम बिन

जिंदगी तुम बिन

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जिंदगी तुम बिन अधूरी ऐ मेरे प्यारे सजन,

कब यहाँ होगा सवेरा ऐ मेरे प्यारे सजन।


प्यार की सौगन्ध खायी थी जमाने में कभी,

चल इसे करते हैं पूरा ऐ मेरे प्यारे सजन।


इन बहारों में खिले फूलों गुलों को देख लो,

बस यहीं करते बसेरा ऐ मेरे प्यारे सजन।


पंछियों सी पंख ले के उड़ चलें हम आसमां,

संग मेरे साथ तेरा ऐ मेरे प्यारे सजन।


यार *बोधन* ये दिवानापन कभी करना नहीं,

दिल भरा हो ये हमारा ऐ मेरे प्यारे सजन।।


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