STORYMIRROR

बोधन राम निषाद राज

Inspirational

3  

बोधन राम निषाद राज

Inspirational

सबसे प्रेम बनाव

सबसे प्रेम बनाव

1 min
416

अच्छा सा परिवार हो, सबसे प्रेम बनाव।

नहीं किसी से बैर हो, सबसे रहे लगाव।।


खिलता हुआ गुलाब ज्यों, रहे हँसी मुस्कान।

बोल-चाल का हो समय, रहे नहीं अभिमान।।


मातु-पिता हो संग में, सबका कहना मान।

स्वर्ग सुख इनके चरण, यही देव भगवान।।


मीठे-मीठे बोल हो, सुन्दर सा अहसास।

कभी दूर जाना नहीं, हरदम रहना पास।।


इक दूजे का साथ हो, सच्चा सुख परिवार।

इनसे मिलता मान हैं, इनसे हैं संस्कार।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational