जिंदा कफन
जिंदा कफन
तेरी खूबसूरती ने मुझको दीवाना बना दिया,
तेरे हुस्न का जलवा देखकर मैं बेकाबू हो गया।
तेरा इंतजार करते करते मेरा विश्वास टूट गया,
तेरा मिलन न होने से मैं दिल से तन्हा ही रह गया।
तेरे खयालों में दिन रात मेरा उलझन में बीत गया,
तुझे गलियों में ढूंढकर दिल मेरा बेकरार हो गया।
भूख और प्यास से तड़पकर मैं कहीं का न रहा।
तुझको दिल में बसाने का मेरा ख्वाब ही टूट गया।
अब कोई चारा न रहा और मैं मायूस बन गया,
"मुरली" इश्क की आग में जिंदा कफन मैं बन गया।