जीवन सारा खेल ही खेल
जीवन सारा खेल ही खेल
जनम मरण अरु जीवन सारा
पग-पग पसरा खेल ही खेल
खेल सिखाता भाषा हमको
और कराता मेल ही मेल।
जीवन कौशल के विकास में
बहती जिसकी अनुपम रेल
शारीरिक क्षमता संवर्द्धन
करता रहता मनोहर खेल।
मनोरंजन का उत्तम साधन
बौद्धिक विकास भी करता खेल
संवेगों पर करे नियंत्रण
रखता नहि मन मैल है खेल।
सामाजिक दायरा बढ़ाता
उन्नति पथ पर देता यह ठेल
हार-जीत में संयम रखना
सिखला देता है यह खेल।
नियमों की परिभाषाओं संग
अनुशासन-पाठ पढ़ाता खेल
'वीनू' इससे दूर न रहना
वर्ना जीवन बन जाये जेल।
सुख-दुःख का है नहीं झमेला
जीवन सारा खेल ही खेल
खेल खेलते चाँद-सितारे
धरती-अम्बर भी खेलें खेल।
एक बनाता नेक बनाता
सबका मेल कराता खेल
वसुधैव कुटुम्बकम झलकाता
दिन प्रतिदिन आगे बढ़ता खेल।
बचपन को रोको मत प्यारे
उसे खेलने दें न्यारा खेल
नेतृत्व कुशलता उसकी फहरे
खेलता मनपसंद जो खेल।
इससे बेहतर और न दूजा
करे विकास सर्वांगीण खेल
जनम मरण अरु जीवन सारा
पग-पग पसरा खेल ही खेल।