जन्म-मरण अरु जीवन सारा पग-पग पसरा खेल ही खेल। जन्म-मरण अरु जीवन सारा पग-पग पसरा खेल ही खेल।
हजारों साल के बाद अब जा के, भारतवासी हुये आत्म विभोर। हजारों साल के बाद अब जा के, भारतवासी हुये आत्म विभोर।
होता नहीं मुझको यक़ीन, आँखों को कर मेरे नमकीन। होता नहीं मुझको यक़ीन, आँखों को कर मेरे नमकीन।
उठ जाग धरा के सजग प्रहरी लक्ष्य बना बनाकर सिद्ध करो... उठ जाग धरा के सजग प्रहरी लक्ष्य बना बनाकर सिद्ध करो...
जीवन हो बेदाग जब मूल्यवान तभी कहलाता छोटा सा भी दाग दिखे तो मोल नहीं रह जाता जीवन हो बेदाग जब मूल्यवान तभी कहलाता छोटा सा भी दाग दिखे तो मोल नहीं रह जाता