STORYMIRROR

Abhishek Singh

Romance

3  

Abhishek Singh

Romance

तेरी अदा

तेरी अदा

1 min
245

प्रेम सी तूँ पवित्र है

निर्मल सा चरित्र है।

गंगा सी शीतलता

यमुना सी विरलता।


हर एक अदा में तेरे,है

गढ़ने वाले की कुशलता।

नज़र टिके तो टिकी रह जाए,

हर जगह बस तू ही नज़र आए।


एक बार तो तूँ मिल जाए,

छोड़ चाहे फिर दूर चल जाए।

होता नहीं मुझको यक़ीन,

आँखों को कर मेरे नमकीन।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance