थोड़ा सा गौर करने के बाद मैंने मन की सुनी बाहर खड़े मेहमान का खुशी से स्वागत किया और थोड़ा सा गौर करने के बाद मैंने मन की सुनी बाहर खड़े मेहमान का खुशी से स्वा...
ईश्वर हमको शक्ति देना मानवता की भक्ति देना, ईश्वर हमको शक्ति देना मानवता की भक्ति देना,
हम पंछी उन्मुक्त गगन के उड़ चले तोड़ बंधन जीर्ण रुढि के हम पंछी उन्मुक्त गगन के उड़ चले तोड़ बंधन जीर्ण रुढि के
इसी तिरंगे से देखो तो हमारा हिंदुस्तान बनता है। इसी तिरंगे से देखो तो हमारा हिंदुस्तान बनता है।
अलबेला देश भारत,मनते नित्य त्यौहार। सुख समृद्धि सबकी लाते ,भरते सबमें प्यार। अलबेला देश भारत,मनते नित्य त्यौहार। सुख समृद्धि सबकी लाते ,भरते सबमें प्यार।
धवल धार सा निर्मल उज्ज्वल हिमराज सुशोभित करता हूँ, धवल धार सा निर्मल उज्ज्वल हिमराज सुशोभित करता हूँ,