इंकलाब जिंदाबाद
इंकलाब जिंदाबाद
भगत सिंह की नारा इंकलाब
जिंदाबाद जिंदाबाद,
पवित्र देश में गुंजा यह नारा
ब्रिटिश हों मुर्दाबाद।१।
बम फेंकने की आरोप लगा था
तीनों क्रांतिकारियों में,
भगत सिंह सुखदेव क्रांतिकारी
राजगुरु हैं साथ में।२।
भगत सिंह थे ऐसे ही सिपाही
स्वतंत्रता युद्ध में,
याद करते रोंगटे खड़े होते
क्रांतिकारी शक्ति में।३।
जन्मस्थान है लायलपुर जिले
बंगा गांव के वे थे,
२७ सितंबर वर्ष १८०७
सिंह भगत जन्मे थे।४।
वह स्थान अब पकिस्तान में
ही हुआ बंटवारे में,
पिता नाम उनका किशन सिंह
मां विद्यावती नाम में।५।
जलियांवाला बाग नरसंहार ने
आघात किया सिंह को,
मिले वे चन्द्रशेखर आजाद से
बताये उद्देश्य को।६।
शक्तिशाली अति ब्रिटिश साम्राज्य
प्रवाह नहीं किसी से
टूट पड़े वीरों देश रक्षा पर
डर नहीं हैं किसी से।७।
सेंट्रल असेंबली में बम फेंके
बुलंद हुआ विद्रोह,
साण्डर्स की हत्या किये वीरों
लाहौर हुये विद्रोह।८।
फांसी दिया है दुराचारी ब्रिटिश
२३ मार्च १९३१,
फांसी दिया उन्हें राजगुरु साथ
साथी सुखदेव को भी।१०।
वीर संग्रामी हैं देश के सपूत
शत् शत् प्रणाम है,
स्वतंत्रता मिली वीरता से उनकी
प्रेरणा स्रोत शक्ति है।११।
भगत सिंह की नारा इंकलाब
जिंदाबाद जिंदाबाद,
पवित्र देश में गुंजा यह नारा
ब्रिटिश मुर्दाबाद।१२।