दो मुर्ग़ों की लड़ाई
दो मुर्ग़ों की लड़ाई
दो मुर्ग़ों की लड़ाई का खेल रोमांचक
देखने जमा हुई है सब लोगों की भीड़,
कुछ मुर्ग़ा युद्ध देखने पहली बार आये हैं
कुछ मुर्ग़ा लड़ाई में पैसा लगाने आये हैं।
काले रंग के मुर्ग़े हैं कलगी लाल दिख रही है
दोनों मुर्ग़े आपस में अपनी चोंच भिड़ा रहे हैं,
दोनों की तरफ़ एक एक आदमी खड़ा हुआ है
लगता है अपने अपने मुर्ग़े का हौसला बढ़ा रहे हैं।
जैसे दो पहलवान आपस में भिड़ते हैं
ऐसे ही ये निर्भीक लड़ाकू मुर्ग़े आपस में भिड़ते हैं ,
मुर्ग़ा लड़ाने वाले अपना मुर्ग़ा लेकर आते हैं
और मुर्ग़े की जीत के लिये बाज़ी भी लगाते हैं।
इस हेतु पूरी भीड़ जमा है तरह तरह के लोग हैं
कुछ अपने हाथ में अपना मुर्ग़ा लिये आये हैं,
हैट लगाये एक बच्चा शुनक गोद में लिये है
कुछ दूरी पर पेड़ की छांव में स्त्रियां बैठी हैं।
जिसने भी चित्र बनाया है कुशलता से बनाया है
हर कोई की अलग अलग भंगिमा और वेशभूषा है,
रंगो का संयोजन चित्र की विषयवस्तु से मिल रहा है
दो मुर्ग़ों की लड़ाई के माहौल का सजीव चित्रण है।
