जीवन
जीवन
जीवन नहीं है स्वप्न और मिथ्या
नहीं है बालू का घर
भाग्य के शुत्र में है बंधा जीवन
नहीं है निश्चित भर !!
जीवन जंजाल कष्टकारी है
है यहां दुःख यातना
तब भी अमूल्य है यह जीवन
होती है कष्ट वेदना !!
यह जीवन है माया मरुभूमि
शुन्यता के आकार
यहां होती चिंता अदृष्य चित्र
करती चिंता हुंकार !!
जीवन नहीं है शिशे प्रतिमूर्ति
गीरते टुट जायेगा
टेढा मेढा रास्ता जीवन है यह
धर्य ही रखना होगा !!
प्रभु के कामना प्रभु आरधना
जीवन के श्रेष्ठ व्रत
अगर प्राण है मृत्यु भी अवश्य
है भी यह ध्रुव सत्य !!
जहां प्रकाश है वहां अंधेरे है
जाहां सुख वहां दुःख
कर्म पथ पर आगे बढना है
अवश्य आयेगा सुख !!
यही है जीवन सुख दुःख लिए
हमें ही जानना होगा
प्रेम प्रीति भक्ति त्याग बलिदान
कर्म में रखना होगा !!
मनुष्य जीवन दुर्लभ जीवन
अच्छे कर्म करना है
राष्ट्र हितों हमें प्राण न्योछावर
राष्ट्र भक्ति जगना है !!