हिचकियाँ
हिचकियाँ
हमको किसी इंसान से मोहब्बत हो जाए।
उस इंसान से बढ़ जाएं कुछ नजदीकियाँ।
फिर कभी वह इंसान कहीं दूर चला जाए।
वह याद करे तो हमको आती हैं हिचकियाँ।
हिचकियाँ रोकने को पानी पी लिया जाए।
मगर अहसास होता है कि कितनी हैं दूरियाँ।
अपने दिल को तसल्ली भी बहुत हो जाए।
हिचकियाँ हैं दो तरफ़ा प्यार की निशानियाँ।