Amit Singhal "Aseemit"
Drama Classics Inspirational
बीत जाती है उम्र,
लोगों को खुश करते हुए जिनकी,
यादें रह जाती हैं ज़हन में,
उनके जीवन के बाद उनकी।
कद्र कर लो जीते जी,
अपने भी कुछ अज़ीज़ लोगों की,
वर्ना चले गए तो ढूंढे से,
नहीं मिलेंगी परछाई भी उनकी।
पैग़ाम
दर्द भी वही द...
पूर्णविराम
पापी
काला साया
एक चाँद और
तुम चुनो
जब तुम लिखती ...
उसका नाम
कोई फ़र्क नहीं
हमने फकत ज़मीन से जुड़ने की बात की तुमने तो आसमान ही सिर पे उठा लिया हमने फकत ज़मीन से जुड़ने की बात की तुमने तो आसमान ही सिर पे उठा लिया
तुम्हारे हाथों में मेरे मंजिल की चाभी थी, जो मेरे मंजिल की आखिरी पड़ाव थी। तुम्हारे हाथों में मेरे मंजिल की चाभी थी, जो मेरे मंजिल की आखिरी पड़ाव थी।
वक्त बदला बड़े बूढ़े हुए बच्चे बड़े हुए हर चिड़े ने बना लिया अपना अलग घोंसला वक्त बदला बड़े बूढ़े हुए बच्चे बड़े हुए हर चिड़े ने बना लिया अपना अलग...
प्यार तो उनसे कबसे करती थी पर आज बताकर आ गई। प्यार तो उनसे कबसे करती थी पर आज बताकर आ गई।
जिंदगी बस चाट, बतासा, और मंचूरी सी हो गयी है।। जिंदगी बस चाट, बतासा, और मंचूरी सी हो गयी है।।
तेरा मेरा साथ कुछ इस तरह है, जलेबी में मिठास है जिस तरह है,।। तेरा मेरा साथ कुछ इस तरह है, जलेबी में मिठास है जिस तरह है,।।
मेरा देश जानना चाहता है, हर मतदान का एक ही नारा, फिर क्यों मिट नहीं रही गरीबी है? मेरा देश जानना चाहता है, हर मतदान का एक ही नारा, फिर क्यों मिट नहीं रही गर...
मानो के यह दिल टूट कर फ़र्श पर गिर पड़ा है जैसे, आग में जल कर के शोलों कि तरह भड़कता मानो के यह दिल टूट कर फ़र्श पर गिर पड़ा है जैसे, आग में जल कर के शोलों कि तर...
और रात से गुफ्तगू करते करते सवेरा कब हुआ पता न चला। और रात से गुफ्तगू करते करते सवेरा कब हुआ पता न चला।
नज़रें मिला लेना और एक दफा आसान न होगा माना, मगर फिर भी ... नज़रें मिला लेना और एक दफा आसान न होगा माना, मगर फिर भी ...
तु खुद कोस्वीकार कर तु बढ़ कर जहां मे आ_अपनी_पहचान_बना । तु खुद कोस्वीकार कर तु बढ़ कर जहां मे आ_अपनी_पहचान_बना ।
गर शहरों में वहशी होंगे फिर जंगल से क्या निकलेगा गर शहरों में वहशी होंगे फिर जंगल से क्या निकलेगा
बन जाती माँ का आँचल पुरानी यादों की चादर। बन जाती माँ का आँचल पुरानी यादों की चादर।
आंचल से बिखरती समीर की शीतलता बदल चुकी बन थाती मेरी सुषुप्तावस्था की आंचल से बिखरती समीर की शीतलता बदल चुकी बन थाती मेरी सुषुप्तावस्था की
वैसे ही अब भी आती है ऐसा ही पहले होता था ऐसा ही अब भी होता है वैसे ही अब भी आती है ऐसा ही पहले होता था ऐसा ही अब भी होता है
तूने दिल क्या तोड़ा मेरा जाना वो पल मेरे मौत का फरमान लेकर गई। तूने दिल क्या तोड़ा मेरा जाना वो पल मेरे मौत का फरमान लेकर गई।
पुलिस पर हाथ उठाने वाला, घोर सजा अब पाएगा ! पुलिस पर हाथ उठाने वाला, घोर सजा अब पाएगा !
लेकिन हम वो हिंदुस्तानी हैं जो सबको राहे दिखाते जाते हैं। लेकिन हम वो हिंदुस्तानी हैं जो सबको राहे दिखाते जाते हैं।
देश के नेता बन अभिनेता, कैसा नाटक करते हैं। देश के नेता बन अभिनेता, कैसा नाटक करते हैं।
अपना ही हक सदैव ही माँगा हैं मैंने झूठे साथी सारे बने रहे अपने अपना ही हक सदैव ही माँगा हैं मैंने झूठे साथी सारे बने रहे अपने