कहानियां ..
कहानियां ..
इस वक्त के तहखाने में, जाने कितनी कहानियां दफन हुई।
कुछ चल निकली, कुछ खो गई,
और कुछ जश्न हुई।
आज सभी के अपने मौसम है।
कुछ खिड़कियां है। कुछ तैखाने हैं।
कोई गम में डूबा हुआ है।
और किसी की छत आसमान से रोशन है ।
आज सभी के अपने मौसम है।
कुछ यादें है, कुछ बेसर पैर फरयादें है।
हर कोई खुद को माहिर समझता है ।
और बातों के ये शेर भी आधे है ।