वो जगह।
वो जगह।
वो जगह जहां हमारी यादें हैं वहाँ मुझे आज भी सुकून सा लगाता है,
वो तेरी गली में तेरे घर के सामने मेरा आज बसेरा हे,
आज भी मैं अपनी खिड़की से झांक कर हमारी वो यादें ताजा करता हूँ
तुमसे मिलने की आज भी इच्छा रखता हूं,
जगह वो अभी याद है जहां तू मुझे पहली बार मिली थी,
कैसे तेरी उस हल्की सी मुस्कान से मेरी रातों की नींद उड़ी थी,
याद करता हूं जब उन पलों को तो अजीब सा लगता हैं,
के कैसे उन दिनों तुझ से मिलने की आदत सी लगी थी,
वो जगह और मैं अभी वही है बस अब फर्क इतना है
पहले तू थी अब बस तू उन यादों में कहीं है।