Poonam Kaparwan
Romance
केश में सजे गजरा गेशु चमेली का
कहर ढा गया
बलम खोलना नहीं मेरे केशों को
वरना काली घटा बन जाएगे
रिमझिम बरसेगी बदरी फूलों की
प्रीत बन तुम पर प्रियतम
बरस ही जायेगी
वो बंसत फिर स...
गुलाबी बहारें
विरहन प्रेयसी
बसंती बहार
प्रकृति का नव...
भँवरा
पीली सरसों
मेरा भारत
संकल्प