सबके मन को महकाए रात रानी रे, रातरानी नहीं वह राजरानी रे। सबके मन को महकाए रात रानी रे, रातरानी नहीं वह राजरानी रे।
अपनी ज़िंदगी भी तू जी नहीं पाया। अपनी ज़िंदगी भी तू जी नहीं पाया।
काजल अंसुवन धुला बह गया, काजल अंसुवन धुला बह गया,
गुजराती में कहते गलगोटा, मारवाड़ी में हजारी गजरा।। गुजराती में कहते गलगोटा, मारवाड़ी में हजारी गजरा।।
सानिध्य के आगमन का स्वागत एक प्रेयसी बनकर करने और अपनी भावनाओं का इजहार करने में प्रेरक माध्यमों का ... सानिध्य के आगमन का स्वागत एक प्रेयसी बनकर करने और अपनी भावनाओं का इजहार करने में...
'फिर सीने में भारत माँ के, ये एसे सो जाते हैं, होश न रहता इन्हें, फिर माँ की गोद का।' देश को सैनिक ... 'फिर सीने में भारत माँ के, ये एसे सो जाते हैं, होश न रहता इन्हें, फिर माँ की गो...