हिन्दी भाषा से प्रेम और अपने तथा दूसरों के दर्द ने लेखन और पठन की प्रेरणा दी ।
" ठीक है दीदी",कहती वह मेरे थमाए गिलास से पानी पीकर घर लौट गई। " ठीक है दीदी",कहती वह मेरे थमाए गिलास से पानी पीकर घर लौट गई।
ये आदिवासी लोग तो जंगल से उतना ही लेते हैं ,जितने की ज़रूरत होती है। ये आदिवासी लोग तो जंगल से उतना ही लेते हैं ,जितने की ज़रूरत होती है।
अरे प्यारी बीवी है मेरी। हमारी कोई औलाद भी नहीं है। अरे प्यारी बीवी है मेरी। हमारी कोई औलाद भी नहीं है।
मैं इसका साथ दम रहने तक दूँगा,ये कसमें-वादे भूल गई पर मैं कैसे भूलूँ?" मैं इसका साथ दम रहने तक दूँगा,ये कसमें-वादे भूल गई पर मैं कैसे भूलूँ?"
मीनू जब भी एम्बुलेंस की आवाज़ सुनती भीतर से दौड़ कर बाहर आती है। मीनू जब भी एम्बुलेंस की आवाज़ सुनती भीतर से दौड़ कर बाहर आती है।
किताब हाथ आते ही नींद के झूले पर झूलने लगना किताब हाथ आते ही नींद के झूले पर झूलने लगना
आँखों में कृतज्ञता का भाव लिए दौड़ पड़ी अपने बच्चों की ओर। आँखों में कृतज्ञता का भाव लिए दौड़ पड़ी अपने बच्चों की ओर।
उसने रुक कर बांहों से उनको पोछ जो लिया। उसने रुक कर बांहों से उनको पोछ जो लिया।
किसी को गोद दे दिया जाएगा और लड़की अपने अनाथ आश्रम में चली गई। किसी को गोद दे दिया जाएगा और लड़की अपने अनाथ आश्रम में चली गई।
लंच के बाद मिस्टर श्याम ने गिफ़्ट और वीमेंस डे की बधाई देकर विदा किया। लंच के बाद मिस्टर श्याम ने गिफ़्ट और वीमेंस डे की बधाई देकर विदा किया।