मेरा भारत
मेरा भारत
राम कृषण की जन्मभूमि
इतिहास इस माटी का
सोने की चिडिया कहलाता
कितने कष्टों को झेला
मेरी धरती ने
महाराना प्रताप शिवाजी
जनमे इस धरती पर
लक्षमीबाई भी खूब
लडी अंग्रेजों से
अशोक सम्राट ने
युद्धक्षेत्र का दंश देख हृदय
द्रवित किया बन
बैठे बौद्ध भिक्षुक
बुदधम् शरणम् गचछामि
का जाप किया।
सिद्धार्थ जैसा राजकुकमार
सत्य और दुख की खोज
में परमज्ञानी बन
महावीर बन गया।
जय भारतभूमि जय माँ भारती।