घरलक्ष्मी या धनलक्ष्मी
घरलक्ष्मी या धनलक्ष्मी
जैसे ही बेटे की शादी पड़ गई
घर में मानो जश्न मनाया गया
दूर दूर के लोग बधाई दे रहे थे
लोगों को दावत पर बुलाया गया
कह रहे थे घर वाले की अब
हमारी किस्मत बदलने वाली है
आखिरकार अब हमारे घर भी
एक लक्ष्मी आने वाले हैं
लड़केवालों की खुशी का ठिकाना नहीं
दिन गिन कर इंतजार कर रहे थे
लड़की वालो नींद उड़ गयी थीं
वो बेटी को खूब प्यार कर रहे थे
शादी हो गई काफी धूमधाम से
अब घर की लक्ष्मी घर आईं
लड़के वालों का मुंह फूल गया
कि ये धन लक्ष्मी क्यों नहीं लाई?
दहेज के जो मांग रखी गई थी
वो लड़की वाले देने में चूक गए थे
पगड़ी की लाज बचा रहे थे और
सर सबके सामने झुक गए थे
कुछ साल साल बीत गए यूं ही
लड़की ने खुद को जला लिया
लोग वजह पुछने लगे तो
उन्होंने उसे कुलक्ष्मी बता दिया
कई दिनों बाद एक रिश्ता आया
थाली में धनलक्ष्मी सजा रखा था
बैंड बाजे बज रहे थे जोरों से
सोने-चांदी का कतार लगा था
खुश है लड़केवाले कुछ ऐसे
जैसे आज ही उनकी दीवाली है
गले लगा कर कहने लगे कि
मुबारक हो धन लक्ष्मी आने वाली है
