एक तरफ इश्क भी कमाल होता है
एक तरफ इश्क भी कमाल होता है
हर वक्त रहती है उसी की चाहत,
हर वक्त उसी का ख्याल होता है।
वो सामने नहीं तो जहर सी लगती जिंदगी,
शहद से भी मीठा उसका दीदार होता है।
यह एक तरफ इश्क भी कमाल होता है।
तन्हाई के आलम में यह दिल
उन को ही याद करता है,
भरी महफिल में भी यह दिल
उन से मिलने की फरियाद करता है।
लव ख़ामोश पर दिल में उन्ही का नाम होता है,
यह एक तरफ इश्क भी कमाल होता है।
खो ना दें कहीं कर प्यार का इजहार,
इसलिए यह दिल उन से कुछ भी कहने से डरता है।
तड़पता है हर वक़्त यह दिल-ए-नादान
कुछ भी ना समझता है।
उनकी खुशी में खुश उनके ग़म में रोता है,
यह एक तरफ इश्क भी कमाल होता है।