STORYMIRROR

Brijlala Rohanअन्वेषी

Romance Inspirational

3  

Brijlala Rohanअन्वेषी

Romance Inspirational

दिल की शिलालेख

दिल की शिलालेख

1 min
234

इस दिल की अमिट शिलालेख पर यादों की पट्टिका रोज खोलते हैं उनकी,

जो हमारे वक्त के पुस्तक में स्मरण की की स्याही से खूबसूरत कहानी लिख गए!

ढूंढकर रोज पढ़ता हूँ उन यादगार पलों को,

जीता हूँ उनमें ही ,उन सुकून की लम्हों में !

चित्र बनाना तो मुझे आने से रही!

मगर एक सतरंगी इश्क के रंगों से

ऐसी अविस्मरणीय छवि मैंने अपने दिल में उनकी बनाई है ! 

वो मेरे जीवन की सबसे बड़ी और अहम उपलब्धि है।

उन यादगार लम्हों को सोने के साथ और उठने के बाद भी

साथ हम साये की तरह महसूस करके जीता हूँ।

उन्हें अपनी लेखनी के द्वारा दिल पे रोज दुहराता हूँ। 

काश! मेरे पास वो समय घड़ी होती जो उन खूबसूरत पलों को 

फिर से फुर्सत में कभी बजा देती !

पर अफसोस! किस बात की हमें उनसे दूर थोड़े हैं

सदा वो मेरी दिल में रहती हैं, और मैं उनकी रूह में। 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance