अफ़सोस अफ़सोस
थोड़ी तवज्जो तू हमें देना, थोड़ी तवज्जो तू हमसे ले लेना। थोड़ी तवज्जो तू हमें देना, थोड़ी तवज्जो तू हमसे ले लेना।
जिस दिन हम मेहनतकश चैन की नींद सोये रहते हैं ! जिस दिन हम मेहनतकश चैन की नींद सोये रहते हैं !
नए ढंग से नए समाज का,करना हो यदि गठजोड़ अन्ध्यवनिका की परतंत्रता का देना हो यदि सिर फोड़ तो प्रयत्न ... नए ढंग से नए समाज का,करना हो यदि गठजोड़ अन्ध्यवनिका की परतंत्रता का देना हो यदि ...
मालिकाना हक बदल जाये अभी तक तो ड़ोर है तेरे हाथ में इतना भी मत खींच की ड़ोर मालिकाना हक बदल जाये अभी तक तो ड़ोर है तेरे हाथ में इतना भी मत खींच की ड़ोर
अब रोना तुझे है...हार होगी तेरी, प्यार और खुशियां हक है मेरा। अब रोना तुझे है...हार होगी तेरी, प्यार और खुशियां हक है मेरा।