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Neetu Lahoty

Romance

5.0  

Neetu Lahoty

Romance

मन बदल जाये

मन बदल जाये

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290


काबिज़ है अभी तक

जो दिल पर कब्जा तेरा

पता नहीं, जाने कब कहाँ से आँधी चले

और मालिकाना हक बदल जाये

अभी तक तो ड़ोर है तेरे हाथ में

इतना भी मत खींच की ड़ोर 

टूट जाये 

और उम्र भर का अफ़सोस रह जाये

मन के रिश्ते से बंधी हूँ तुझसे

संभाल ले

मनचली हूँ जाने कब मन बदल जाये


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