चाचा नेहरू कह गए. ..
चाचा नेहरू कह गए. ..
चाचा नेहरू कह गए हमसे
समय लगाना बड़े होने में,
बड़े जो हम सब हो जाते हैं,
तब समझदार सारे कहलाते हैं,
इंसानों को कई खांचों में बाँट पाते हैं,
उंच-नीच ,रंग -जाती-धर्म पहचान पाते हैं ,
फूलों के रंग , चिड़ियों की चेहचाहट,
धरा के संगीत से अनभिज्ञ हो जाते हैं,
इश्वर को इमारतों में ढूंढ़ने जाते हैं,
जादुई दुनिया को ठुकराते हैं ,
जब हम बड़े हो जाते हैं,
तो समझदार सारे कहलाते हैं।
चाचा नेहरू कह गए हमसे ,
समय लगाना बड़े होने में ,
दृश्य -सुर और महक संसार की ,
चैन से बसाना मन में
कौन अमीर , कौन गरीब यह न लाना बचपन में;
जब सारे भेद-भाव जान जाते हैं ,
संसार को तेरा-मेरा में बाँट पाते हैं ,
बड़े तब समझदार कहलाते हैं।
चाचा नेहरू कह गए हमसे ,
समय लगाना बड़े होने में ,
और बड़े जिस दिन हो जाना तुम,
समझदार न बन जाना तुम,
प्रेम-प्रफुल्ल मन से विनीत स्वभाव अपनाना तुम।