बारिश
बारिश
जब बारिश के बंद होने का न कोई ठौर।
थोड़ी हल्की सी ठंड, चाय की गर्माहट।
कुछ तेरी बातें, कुछ मेरी बातें का दौर।
और तेरे चेहरे पर आती वह मुस्कुराहट।
वैसे तो हम दोनों को एक दूसरे का हाल।
आँखों में झांक कर समझ जाना होता है।
मेरी आँखें हैं जवाब, तेरी आँखें हैं सवाल।
वह लम्हा कुछ अजब सा सुहाना होता है।
तेरी बातों का न थमने वाला सिलसिला।
ख़ुद सवाल करके, ख़ुद जवाब दे देना।
वह मुझसे मेरा हाल पूछकर करना गिला।
रूठकर तेरा हँसना, मेरा दिल ले लेना।