बाबा
बाबा
कुछ नाराज़ हुए मेरे बाबा
आंखों में पानी ले आए मेरे बाबा
छोटी थी मैं कल भी,
आज भी छोटी हूं बाबा।
तेरे नाप तोल को न
कल समझ पायी,
न आज समझूंगी बाबा
तू उड़ेल दे मुझ पर पूरा जहां
फिर भी तुझे कम लगेगा बाबा।
विदा तो तूने कर दिया
पर मन से न कभी अलग हूं बाबा
हिसाब किताब सब तुझसे ही जाना
तू ही मेरी पूरी दुनिया बाबा।
तेरे आशीर्वाद से ज्यादा न कुछ चाहूँ
तुम्हीं जमीं तुम्हीं आसमां बाबा
जीवन में हर रंग को तुमने बताया
पर तेरे बिना हर रंग फीका लगे बाबा।
