प्यार भरा खत
प्यार भरा खत
इश्क़ खुदा की बख्शी नेमत है
जिसे मिल गयी उसका जीवन सफल।
ये कब कहां किस से हो जाए अन्दाजा लगा पाना मुश्किल है
बस हो गया तो हो गया।
हुआ यूं एक दिन कनुप्रिया को देखने जब
विकास पहुंचा मैरिज ब्यूरो की सलाह से,
उसके घर तो विकास को बात कर लगा कि
कनु के विचार उससे नहीं मिलते।
पर कनु के तो दिलो दिमाग में
विकास की छवि पहली नजर में बस गयी।
कुछ दिनों के बाद विकास ने कहा
मैं तुम्हें कोई और बेस्ट लड़का बताता हूं।
पर कनु ने लिख दिया ख़त और कर डाला इजहार
आज इक झूठ बोलकर वो कुछ इस अन्दाज से बोले
कि इक रिश्ता तो उन्होंने हमारी खातिर भी ढूंढा है
हमारे प्यार का? अरे तुम भी सुनो !
क्या अजब तोहफा हमें मिला है
वो कहते हैं वो बेहद प्यारा है
तुम उसे पाकर खुश रहोगी ये मेरा दावा है।
पर ... पर.... जो ये उनके ख्यालात हैं
हमारे लिए बेहद दर्दनाक हैं
उन्हें क्या मालूम कि वही चांद है
वही तारा है
इक उन के सिवा किसी और का साथ
भला हमें ये कैसे ग्वारां है,
उठते बैठते हर पल मन में यही इक ख्याल है
हर पल मन में बस यही इक सवाल है
कि ऐ मेरे हजूर तुम्हीं हो इन आंखों के नूर
तुम्हीं साथ न रहे तो हम जी पाएगें
तुम्हारे बिना तो हम इस जीवन की कल्पना भी न कर पाएंगें,
छोड़ दिया जो तुमने साथ हमारा तो खुदा से
उन लम्हों में बस यही फरियाद होगी
कि हमारी उम्र भी तुम्हे मुख्तलिक हो
तुम्हे मिली हर खुशी हमारी आरजू से भी ज्यादा मुबारक हो,
क्या तुम इन सब बातों से सहमत हो,
अगर नही तो फिर न कहना कि तुमनें
हमारी खातिर इक रिश्ता ढूँढा है
ढूंढना ही चाहते हो तो हमारे लिए खुद को ढूंढ दो,
देना ही चाहते हो तो हर पल के लिए अपना साथ दे दो,
हमारे लिए वो पत्थर के टुकड़े नहीं इक
हीरो सा जड़ा रिश्ता ढेरों,
जब कहीं न मिले मेरे मुताबिक वो तो बस ठहर जाना
वो कौई और नहीं तुम्हीं तो हो
ढूंढना चाहते हो तो खुद को मेरे लिए ढूंढ दो,
बस ढूंढ दो।