अजीब लोग
अजीब लोग
अजीब लोग है
ये कहना आज
कुछ आसान सा हो गया,
जब जीवन का मूल्य पहचान
मैं उस भीड़ से अनजान सा हो गया
जहाँ लोग कमाने की दौड़ में लगे हैं।
जाने अनजाने दिखावे की होड़ में लगे है
जीने का मतलब इनकी अपनी
पहचान में खो गया।
अजीब लोग है
ये कहना आज कुछ आसान सा हो गया
जब देखा इन लोगों में ज़िमेदारी और
प्यार को पैसों से तोलना
कुछ आम सा हो गया।
खुल कर जीने की ख्वाहिश
तो बस एक अधूरा अरमान सा हो गया
ज़िंदगी जीने वाले को दीवाना कहना
इन लोगों का कलाम सा हो गया।
अजीब लोग है
ये कहना आज कुछ
आसान सा हो गया।