अहसास
अहसास
कभी हमें भीतर तक गुदगुदाते हैं,
कभी रोमांच से भर देते हैं,
कितने खुशनुमा होते हैं यह प्रेम भरे अहसास l
कभी हमें भीतर तक भयभीत करते हैं,
तन और मन में एक सिहरन से भर देते हैं,
कभी-कभी बहुत भयानक होते हैं एहसास l
कभी मां की ममता प्यारी और न्यारी,
फूलों ने छुपी खुशबू सी भीनी भीनी,
कितना खूबसूरत होता है यह वात्सल्य का अहसास l
कभी बारिश की बूंदों सी शीतल,
इंद्र धनुष के रंगों सी रंगीन,
कितना प्यारा होता है यह प्रेम का अहसास l
कभी बिच्छू के डंक सा दर्दनाक,
कभी दम घुटता सा तकलीफ भरा,
सौ - सौ आंसू रुलाता ये विरह का अहसास l