अधूरी बात
अधूरी बात


भारत माँ के वीर सिपाही
जान दाँव पर लगाते हैं
गर्व से गोली ले सीने पर
लाज देश की बचाते हैं
बूढ़े माता-पिता घर में
लगा बैठते मिलने की आस
एक अरसा है बीत गया
आया न बेटा उनके पास
अधूरी बात हुई थी फोन पर
न कटते दिन और न रातें
जल्द ही लौट आऊँगा मैं
सुनकर तरसे माँ बाप की आँखें
बीते दिन पर बेटा न आया
अधूरी बात से मन घबराया
वीरगति को प्राप्त हुआ लाल
कफ़न तिरंगे का ओढ़ आया
मलाल अधूरी हुई बात का
माँ बाप को जीवन भर सताया
सो गया गहरी नींद में अब वो
जिसे था कभी गोद में सुलाया