शिक्षा सफर
शिक्षा सफर


दुनिया एकदम बदल गयी एक महामारी के आने से,
जिन्दगी जैसे ठहर गयी थी इस प्रलय के आने से I
मन्दिर क्या मस्जिद क्या गुरुद्वारे भी शान्त हुए,
इस दौर में शिक्षा के आलय भी सुनसान हुए I
विद्या देवी का वीणा भी क्रन्दन सा करने लगा,
पर धरती के इन गुरुओं ने कर्तव्य पथ न डिगने दिया I
अपने ज्ञान का प्रकाश फैलाया तकनीकी के माध्यम से,
अनुशासन भी खूब सिखाया ऑनलाइन के साधन से I
नमन मेरा उन सब गुरुओं को, शिक्षा-सफर न रुकने दिया,
वीणा धारी माँ सरस्वती का मस्तक भी न झुकने दियाI