STORYMIRROR

Sourabh Suryawanshi

Drama Romance

4  

Sourabh Suryawanshi

Drama Romance

अधूरा इश्क़

अधूरा इश्क़

1 min
378

काश रकीब आज तू मेरे पास होता,

सांस में सांस और हाथ में हाथ होता।


काश मेरे सीने में तेरा दिल धड़कता,

मेरा नाम लेते ही तू बेइंतहा तड़पता।


काश आंखें तेरी बफा से यूं टकराती,

राह भटकती तो सिर्फ मेरे पास आती।


 मेरा कोई प्यार का हकदार होता,

आग की तपन का कोई साझेदार होता। 


जो मेरा नाम आते ही भागीदार तू होता,

आसमां की चांदनी मैं और तू चाँद होता। 


पूछता तो हर कोई गर तू मेरा सनम होता,

काश धड़कन मेरी और तू मेरा दिल होता ।


हमारा भी क़िस्सा कहीं ना कहीं अमर होता,

कहलाती मैं तेरी शमा तू मेरा परवाना होता। 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama