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Sourabh Suryawanshi

Drama Romance Inspirational

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Sourabh Suryawanshi

Drama Romance Inspirational

सुना है नाराज़ हो

सुना है नाराज़ हो

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सुना है नाराज़ हो तुम मिझसे? मनाने दोगी क्या

प्यार तो बहूत करते है तुमसे जताने दोगी क्या ?


बिछड़े हुए वक़्त काफ़ी हो चुका है हमको जाना

जब मिलोगी तो गले से अपने लगने दोगी क्या ?


तन्हा रातो में कई किस्से लिखे जा रहा हु मैं

एक रोज़ बैठ के वो किस्से तुम्हे सुनने दोगी क्या ?


वो कूल्ड की चाय हो या वो हमारी सिगरेट 

साथ मे चाय के साथ दो कश लगाने दोगी क्या ?


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