सुना है नाराज़ हो
सुना है नाराज़ हो
सुना है नाराज़ हो तुम मिझसे? मनाने दोगी क्या
प्यार तो बहूत करते है तुमसे जताने दोगी क्या ?
बिछड़े हुए वक़्त काफ़ी हो चुका है हमको जाना
जब मिलोगी तो गले से अपने लगने दोगी क्या ?
तन्हा रातो में कई किस्से लिखे जा रहा हु मैं
एक रोज़ बैठ के वो किस्से तुम्हे सुनने दोगी क्या ?
वो कूल्ड की चाय हो या वो हमारी सिगरेट
साथ मे चाय के साथ दो कश लगाने दोगी क्या ?

