आज स्वतंत्रता दिवस है
आज स्वतंत्रता दिवस है
आज स्वतंत्रता दिवस है
लेकिन मैं तुमको स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं नहीं दूंगा ,
जब अपना ये देश आज़ाद हो जायेगा
जातिवाद के चंगुल से
तब मैं तुमको शुभकामनाएं दूंगा ।
यहां घर से निकलती लड़कियों
के मन में एक अजीब डर रहता है
जब इस डर से आज़ाद हो जाएंगी लड़कियां
तब मैं तुमको शुभकामनाएं दूंगा ।
जब रोते हुए पुरुष को
खुले आसमान के नीचे बिना रोक टोक के रोने की आज़ादी मिल जायेगी
तब मैं तुमको शुभकामनाएं दूंगा ।
जिस दिन ये दुनिया कोशिश करते करते थककर हार गए इंसान को
सफलता न मिलने पर भी सहज रूप में स्वीकार लेगी
तब मैं तुमको शुभकामनाएं दूंगा ।
जिन फूलों में महक नहीं होती उनको समाज
उपेक्षित नजरों से देखता है
खुशबू फैलाते फूलों के साथ गंधहीन फूलों को जिस दिन दुनिया अपनाएगी
तब मैं तुमको शुभकामनाएं दूंगा ।