STORYMIRROR

Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Classics

3  

Dr Lakshman Jha "Parimal"Author of the Year 2021

Classics

अभिनन्दन है दिवाली का

अभिनन्दन है दिवाली का

1 min
356

अभिनन्दन है

दिवाली का

हर्ष का उल्लास का !


हम दीप

प्रज्वलित करें

अभिषेक

इसका हम करें !


उत्कर्ष जीवन में

हमेशा

ही रहे !


प्रशस्ति पथ

की ओर

हम बढ़ते चलें !

प्रेम से सींचे

धरा को आज हम !


कार्य हो

कल्याण का

हर्ष का उल्लास का

अभिनन्दन है दिवाली का।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Classics