इज्ज़त करो उनकी
इज्ज़त करो उनकी
जबसे मैंने होश सबाल
देखा मैंने उन्हे मेहनत करते
देखा उन्हें घर सबालते
देखा उन्हें काम पर जाते
देखा मैंने उन्हें अपना खाना मुझे कहलाते
क्यूँ इतना अच्छा भगवान ने उन्हे बनाया
क्यूँ फिर भी हम दुःख उन्हे है देते
क्यूँ हम उनके नहीं समजते
क्यूँ हम उनके तंग है करते
क्यूँ हम उनकी इज्ज़त नहीं है करते
कहते है भगवान हर जगह नहीं होते
इस लिए बनाते है वोह माँ और पिता
जो एक भगवान की तरह
बच्चों की हर ज़रुरत को करते है पुरा
पूरी जिंदगी माँ और पिता हमे है पालते
क्यूँ हम उनको उस पल पर छोड़ देते
जिस पल उनको हमारे सब ज़्यादा ज़रुरत होती है
क्यूँ हम उनको नहीं समझते
खुद नसीब है वोह लोग जिनके माँ और पिता है
इज्ज़त करो उनकी दिल न दुखाओ
जिंदगी में भगवान मौका एक बार देते हैं
इज्ज़त करो उनकी
मत ठुकराओ उन्हें।