खुशनसीबी पर एक कविता...। खुशनसीबी पर एक कविता...।
बूढ़ी आँखों पर लगा के चश्माकोशिश करता था फिर वोकड़वी दुनिया सी सुई के अंदरपिरोने जीवन के धागे को बूढ़ी आँखों पर लगा के चश्माकोशिश करता था फिर वोकड़वी दुनिया सी सुई के अंदरपिरोने...
आप दोनों को मेरे पंख सदैव सदैव थामे रहेंगे , ये वचन है मेरा आपसे , हर ऊँची उड़ान में आप सदैव मेरे स... आप दोनों को मेरे पंख सदैव सदैव थामे रहेंगे , ये वचन है मेरा आपसे , हर ऊँची उड़ा...
जैसे पंछी अँधेरे होते लौट आते तुम भी घर लौट आना बेटा तुम लौट आना इस दिवाली लौट आना अपने हाथो से ... जैसे पंछी अँधेरे होते लौट आते तुम भी घर लौट आना बेटा तुम लौट आना इस दिवाली लौ...
क्या पता खुदा हमे किस मोड़ पर खड़ा कर जाए जहाँ ना कोई दोस्त खड़ा मिले बस केवल मिले तो वो माँ बाप क... क्या पता खुदा हमे किस मोड़ पर खड़ा कर जाए जहाँ ना कोई दोस्त खड़ा मिले बस केवल म...
वक़्त रहते इस नेमत का करदो अदा शुक्र , सब खो चुके होंगे जब देखोगे पलटकर । वक़्त रहते इस नेमत का करदो अदा शुक्र , सब खो चुके होंगे जब देखोगे पलटकर ।