STORYMIRROR

Pinky Dubey

Abstract Classics Inspirational

3  

Pinky Dubey

Abstract Classics Inspirational

था वोह एक इंसान

था वोह एक इंसान

1 min
13


था वोह एक इंसान जो अपने से ज्यादा दुसरो के लिए सोचता था

था वोह एक इंसान जो भारत को बुलंदी पर ले जाना चाहत था

था वोह एक इंसान जिसके दिल में बस्ता हिन्दुस्तन था

था वोह एक इंसान जिसका परिवार पुरा भारत था

था वोह एक इंसान जो भारत के दुःख को अपना दुःख मनता था

था वोह एक इंसान केहता था अगर दुर तक चलना है तोह साथ मिलकर चलो

था वोह एक इंसान केहता था अगर अपके ऊपर कोइ पथर फेके तोह अपने पास रको

और उस पथर से अपना एक सुन्दर घर बनवाओ

था वोह एक इंसान जो केहता था जिंदगी में उतार-चढ़ाव तोह महत्वपूर्ण है

था वोह एक इंसान जिसने अपनी पुरी जिंदगी भारत केलोगो की सेवा मे लगादी

था वोह एक इंसान जिसने जो इंसान और जनवरो में भेद भव नही करता था

जो भी उसके सरन में आया उसने उसकी मदद करी

था वोह एक इंसान जो अपनी 66% कमाई भारत की भलाई के लिये दे देता था

था वोह एक इंसान जिसने भारत के लोगो को नोकरी दी

था वोह एक इंसान जिसका नमक हर भारतीय ने खाया है

जिसे हम प्यार से केहते है रतन टाटा सर


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract