एक ख्वाब
एक ख्वाब
इक नई सुबह नये साल की,
कुछ नए सपने अपने संग ले आई है,
उन सपनों को हकीकत में बदलना है,
कुछ नई उम्मीदे है हमको,
बस साथ सब दोस्तो का चाहिए,
बस साथ हर अपने बेगाने का मिल जाये,
खुशिओं भरा हो हर दिन नए साल का,
गम ना कोई आये भूले से भी राहों में,
है आसमान को छूने की तमन्ना,
बस साथ अपनो का चाहिए,
इस नई सुबह की सुरूआत के साथ,
फिर से लिखनी है हमको एक नई किताब,
जो बीत गया वो तो
गुजरा हुआ जमाना बन गया,
वो तो एक पुरानी कहानी हो गयी,
अब तो एक नई कहानी लिखनी होगी,
जिसमे ना कोई गम का साया हो
बस खुशियां ही खुशियां हो,
है उम्मीद हमको हर ख्वाब हमारा पूरा,
बस ये दुआ हम मांगते हैं कि
जो भी बस अच्छा हो अच्छा हो,
बस साथ हम को अपनो का चाहिए,
रोते रोते अब हम थक से गये हैं,
इन्तेजार के पल अब खत्म करने हैं,
मिलन की वो घड़िया आस पास है,
गमो के बदल अब छंट से गये हैं,
देखा है ये ख्वाब इन खुली आँखों से,
हर ख्वाब अब सच्चा होगा
हर ख्वाब अब सच्चा होगा,
दिलों से दिल मिल जायेंगे दोबारा,
टूटे हुए रिश्ते फिर जुड़ जाएंगे
ये कह रही हमसे ये सुबह,
खुली आँखों से देखा
ख्वाब सच हो जाएगा,
अपना हर वादा तू फिर से
निभाने आ जायेगा।
