आओगे ना बोलो...!
आओगे ना बोलो...!
तुम्हारे लिए तो बस ज़रा सी बात है,
तो मान जाओ ना..!
चले आओ चलते हैं
कुछ कदम साथ -साथ
बस वहाँ तक जहाँ धरती आकाश एक होते हैं
बस उसी जगह पर जहाँ आकाश झुककर
वसुंधरा के माथे पर अपना चुंबन जड़ता है !
और... वो लज्जा से सुर्ख लाल हो उठती है
उसकी लालिमा चहुँ ओर फैल जाती है!
बस इतनी सी ही तो बात है
चले आओ किसी रोज़
बस यूँ ही चंद कदम साथ चलेंगे
खेतों की पगडंडियों पर कुछ बातें करते
गन्ने के रस का स्वाद लेते हुए
कुछ और कदम साथ बढ़ा लेंगेलेंगे. . !
बस इतनी सी बात है तुम्हारे लिए तो चलो ना..!
साथ चलते हुए निकल पड़ते हैं
समन्दर किनारे चहल कदमी करने
वहीं रेत पर लिखेगें इक- दूजे का नामऔर...
देखेगें उनको लहरों में समाते हुए एक साथ !
बस इतनी सी बात है..!
आना किसी समय
चंद बुढ्ढी साँसे हैं तुम्हारे साथ वो भी हो लेंगी..!
ज्यादा तो कुछ नहीं बस इतनी सी ही बात है..
आओ तो बताएं हाँ..!
तुम्हारे लिए तो बस इतनी सी बात होगी पर..!
तुम्हारा आना ही मेरे लिए बहुत बड़ी बात है..
आओगे ना..!
बोलो..!