मेरी रातों में उजाले की लकीर बनकर, रेत भरे रास्तों पर पथरीली पगडंडियों पर। मेरी रातों में उजाले की लकीर बनकर, रेत भरे रास्तों पर पथरीली पगडंडियों पर।
हर एक मेले में भीड़ का मज़ा ग़लतियों पर मिली हर वो सजा । जीत के जश्न में सबका साथ बुरे वक्त में कं... हर एक मेले में भीड़ का मज़ा ग़लतियों पर मिली हर वो सजा । जीत के जश्न में सबका स...
उसके आने के लिए कितने दिन और बचे हैं कोई नहीं जानता। उसके आने के लिए कितने दिन और बचे हैं कोई नहीं जानता।
धन, दौलत, शोहरत सब हो सिवा प्यार के, छोड़ ऐसी जिंदगी फक्कड़ हो जाना चाहता हूँ। धन, दौलत, शोहरत सब हो सिवा प्यार के, छोड़ ऐसी जिंदगी फक्कड़ हो जाना चाहता ह...
एक मशीनी जीवन है साँसों पर लाद लिया। शायद मेरे गाँव गली ने मुझको याद किया। एक मशीनी जीवन है साँसों पर लाद लिया। शायद मेरे गाँव गली ने मुझको याद किया।
पेड़ों को काटा है कुओं को पाटा है मजहब के रंग ने आपस मे सबको बांटा है पेड़ों को काटा है कुओं को पाटा है मजहब के रंग ने आपस मे सबको बांटा है